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Kishori Lal Sharma Ki Smriti Irani Par Bari Jeet: Amethi Mein Congress Ka Dabdaba

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Kishori Lal Sharma Ki Smriti Irani Par Bari Jeet: Amethi Mein Congress Ka DabdabaKishori Lal Sharma Ki Smriti Irani Par Bari Jeet Amethi Mein Congress Ka Dabdaba Rozanasamachar

किशोरी लाल शर्मा की स्मृति ईरानी पर भारी जीत: अमेठी में कांग्रेस का दबदबा

अमेठी: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता किशोरी लाल शर्मा ने अमेठी के चुनाव में स्मृति ईरानी को बड़े वोटिंग मार्जिन से हराया है। यह जीत कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण विजय साबित हो रही है, विशेष रूप से अमेठी जैसे पारंपरिक गढ़ में।

किशोरी लाल शर्मा, जो गांधी परिवार के करीबी और कांग्रेस के अनुभवी कार्यकर्ता हैं, को पार्टी ने इस बार स्मृति ईरानी के खिलाफ उतारा था। पिछली​ राहुल गांधी को अमेठी से हराया था, जिससे यह सीट भाजपा के पास चली गई थी। इस बार राहुल गांधी ने रायबरेली से चुनाव लड़ने का फैसला किया, और अमेठी से कांग्रेस ने किशोरी लाल शर्मा को उम्मीदवार बनाया।

किशोरी लाल शर्मा की पृष्ठभूमि

किशोरी लाल शर्मा का राजनीतिक सफर लंबा और प्रभावशाली रहा है। वह कई वर्षों से गांधी परिवार के साथ जुड़े रहे हैं और अमेठी और रायबरेली के मामलों को संभालते रहे हैं। उनकी यह भूमिका कांग्रेस के लिए बेहद महत्वपूर्ण रही है, खासकर तब जब गांधी परिवार के सदस्य सीधे तौर पर चुनाव नहीं लड़ रहे होते हैं। शर्मा का आरंभ राजीव गांधी के साथ किया था और तब से ही वे कांग्रेस के लिए अमूल्य योगदान देते आ रहे हैं।

चुनाव प्रचार और रणनीति

किशोरी लाल शर्मा ने अपने चुनाव प्रचार में अमेठी के लोगों को यह विश्वास दिलाया कि उनकी जीत गांधी परिवार की जीत होगी। उन्होंने जनता से अपील की कि वे कांग्रेस को फिर से अमेठी में स्थापित करने में सहयोग दें। उनका कहना था कि “यह सीट गांधी परिवार की अमानत है और मैं इसे संभाल कर रखूंगा।” अमेठी के लोगों का प्यार और विश्वास ही उनकी जीत का असली कारण बना |

किशोरी लाल शर्मा ने अपनी जीत के बाद कहा कि यह जीत सिर्फ उनकी नहीं है, बल्कि गांधी परिवार और अमेठी के लोगों की जीत है। उन्होंने कहा, “मैं इस जीत को​  को समर्पित करता हूँ। उनका प्यार और विश्वास ही मेरी असली ताकत है।” शर्मा जी की इस बात ने अमेठी के लोगों के साथ उनके गहरे संबंध को और भी मजबूत कर दिया है।

स्मृति ईरानी की प्रतिक्रिया

स्मृति ईरानी, जिन्होंने पिछली बार राहुल गांधी को हराया था, इस बार अपनी हार पर अब तक कोई टिप्पणी नहीं दी है। भाजपा के नेताओं ने इस हार को एक चुनावी भूल बताया और कहा कि अगली बार वे इसे सुधारेंगे। स्मृति ईरानी के लिए यह हार एक बड़ा झटका साबित हुई है, क्योंकि उन्होंने पिछली बार बड़े अंतर से जीत हासिल की थी।

कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में खुशी

इस जीत से ​ में खुशी की लहर दौड़ गई है। उन्होंने इस जीत को पार्टी के लिए एक नई शुरुआत कहा है। अमेठी और रायबरेली हमेशा से कांग्रेस के मजबूत गढ़ रहे हैं, और इस जीत ने फिर से इस बात को साबित कर दिया है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह जीत पार्टी के लिए एक नई ऊर्जा और उत्साह लेकर आई है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने किशोरी लाल शर्मा को इस जीत के लिए बधाई दी और कहा कि उनकी मेहनत और समर्पण के कारण ही यह संभव हो सका है। पार्टी के नेताओं ने कहा, “यह जीत कांग्रेस के लिए एक नई शुरुआत है और हम इसे आगे बढ़ाने के लिए पूरी मेहनत करेंगे।”

भविष्य की राजनीति

किशोरी लाल शर्मा की जीत से कांग्रेस ने अमेठी में अपना दबदबा फिर से बना लिया है और अब यह देखना होगा कि आगे की राजनीति में यह सीट कितनी महत्वपूर्ण रहेगी। अमेठी की राजनीतिक स्थिति पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों का मानना है कि इस जीत से कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में एक नई ताकत मिलेगी, जो आने वाले चुनावों में पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है|

चुनाव परिणाम का प्रभाव

किशोरी लाल ​से कांग्रेस को न केवल अमेठी में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी एक बड़ी सफलता मिली है। इस जीत से पार्टी के अंदर एक नई उम्मीद और आत्मविश्वास का संचार हुआ है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस जीत के लिए किशोरी लाल शर्मा और अमेठी के लोगों का धन्यवाद किया है और कहा है कि वे आने वाले समय में जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे

किशोरी लाल शर्मा ने कहा, “यह जीत अमेठी के लोगों की है। उन्होंने मुझ पर विश्वास किया और मैं उनके विश्वास पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करूंगा।”

निष्कर्ष

किशोरी लाल पर भारी जीत कांग्रेस के लिए एक बड़ी कामयाबी है। यह जीत न केवल अमेठी में कांग्रेस के दबदबे को पुनः स्थापित करती है बल्कि आने वाले चुनावों के लिए भी एक सकारात्मक संकेत देती है। शर्मा जी की जीत से पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों में नया जोश और उत्साह आया है, जो आगे की राजनीति के लिए एक अच्छा संकेत है।

इस जीत से यह भी साबित होता है कि अमेठी के लोग अभी भी गांधी परिवार और कांग्रेस में विश्वास रखते हैं। आने वाले समय में यह देखना रोचक होगा कि यह जीत कांग्रेस और भारतीय राजनीति को किस दिशा में ले जाती है। यह जीत न केवल कांग्रेस के लिए बल्कि भारतीय लोकतंत्र के लिए भी महत्वपूर्ण है।


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